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आकांक्षा |
हम सब अपनी मन की आकांक्षाओ के वशी भुत होकर अपने जीवन में दिन - रात भागते रहते है। और आकांक्षाएं भी ऐसी चीज है जो खत्म होने का नाम ही नहीं लेती। अगर एक आकांक्षा पूरी हो जाये तो दूसरी उसकी जगह ले लेती है।
हमारी आकांक्षाएं ब्रह्माण्ड में तारो की तरह होती है जितना हम इनको एक्स्प्लोर करते जाते है ये उतनी ही रोचक और लुभावनी लगते जाते है। ब्रह्माण्ड में तारे, हमारे मन में उन इच्छाओ जो हर एक सफलता के साथ और उग्र होती जाती है।
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